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महायुती सरकार ओबीसी विरोधी हमेशा ओबीसी समाज को धोका देने का किया काम: कृष्णा बिभार

गोंदिया :- लोकसभा चुनाव को देखते हुए महायुती सरकारने ओबीसी समाज को अपने ओर आकर्षित करने के लिए होस्टेल चालू करने का वादा कर लिया था। लेकिन यह वादा भी झुटा ही निकला। पिछले साल भी ओबीसी विद्यार्थीयों के आवेदन स्वीकार कर लिये थे और यादी भी लगा दी गई थी किंतु जब विद्यार्थी होस्टेल के लिए पोहोचे तो नाही वहा हॉस्टेल थी ना ही कोई कर्मचारी वहा उपस्थित था। बच्चो के साथ मे धोखाधड़ी हो गई थी। 5 मार्च 2024 को गोंदिया गणेश नगर तथा कुडवा स्थित आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के बाजू में दो बिल्डिंग होस्टेल के नाम पर किराया से ले ली गई है किंतु सरकार द्वारा निधी मंजूर नही होने के कारण होस्टेल के फर्निचर का काम रुका हुआ हैं। विचार करने की बात यह है की बिना टेबल के बच्चे पडेंगे कैसे? बिना अलमारी के सामान रखेंगे कैसे? बिना पलंग के बच्चे सोयेंगे कैसे? यह बडा प्रश्न आज बच्चो के सामने है। सरकार रोड रस्ते और अपनी सुरक्षा मे हजारो करोड रुपये खर्च कर रही है किंतु ओबीसी बच्चो के लिए होस्टेल के लिए पैसे देने मे पिछले तीन साल से अनाकानी कर रही हैं। महायुती सरकार द्वारा ओबीसी समाज की जनगणना भी नही कर रही हैं और ओबीसी को संख्या के अनुपात आरक्षण नही दे रहे हैं। दुसरी तरफ मराठा समाज को भडका कर ओबीसी समाज के आरक्षण मे से हिसेदारी देने का सडयंत्र कर रही हैं। जब की EWS के नाम से 10 प्रतिसाद आरक्षण देकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का अपमान करने का काम भाजपा की सरकार कर रही है ओबीसी समाज को न्याय देणे मे हमेशा अनदेखी करती हैं। आज ओबीसी हॉस्टेल की मांग को लेकर काँग्रेस की एनएसयूआई टीम ने उपविभागीय अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तथा उपमुख्यमंत्री के नाम निवेदन दिया है की जल से जल इस विधानसभा सत्र मे हॉस्टेल के लिए निधी मंजूर की जाए नही तो एनएसयूआई पुरे महाराष्ट्र मे उग्र आंदोलन करेगी जिसकी संपूर्ण जबाबदारी महाराष्ट्र शासन प्रशासन की होगी।

निवेदन देते वक्त इंजि राजीव ठकरेले (संचालक कृषि उत्पन्न बाजार समिति गोंदिया), निलम हलमारे (महासचिव, कांग्रेस कमेटी गोंदिया), अजय राहांगडाले (सचिव, ओबीसी कांग्रेस कमेटी गोंदिया), कृष्णा बिभर (शहर अध्यक्ष एनएसयूआई गोंदिया), राहुल बवंथडे (जिला उपाध्यक्ष एनएसयूआई) वारिश भगत (जिला उपाध्यक्ष एनएसयूआई गोंदिया), सुमीत महाजन, हर्ष ग्वालवंशी, सार्थक बोरकर, मंयक महाजन, मोहित टेंभुर्ने, सुमीत बागडे आदि कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे ।